महाशक्ति का तुममें संचार होगा - कदापि भय भीत मत होना। पवित्र होओ, विश्वासी होओ, और आज्ञापालक होओ।
Wednesday, April 26, 2006
गीता स्लोकार्थ (आभारित विवेकानन्द साहित्य)
जो लोग जिस प्रकार मेरी शरण लेते हैं, मैं उन्हे उसी प्रकार भजता हूँ अर्थात उन पर उसी प्रकार अनुग्रह करता हूँ, क्योंकि सभी मनुष्य सब प्रकार से मेरे ही मार्ग का अनुसरण करते हैं।( गीता ४/११)
( वि.स. १ /४)
2 comments:
Anonymous
said...
Your website has a useful information for beginners like me. »
2 comments:
Your website has a useful information for beginners like me.
»
Looks nice! Awesome content. Good job guys.
»
Post a Comment